भैरों बाबा का मंदिर क्यों है इतना प्रसिद्ध और क्यों जाना जरुरी होता है वैष्णो माँ के दर्शन के बाद-
भैरों नाथ एक बहुत बड़ा साधु था और वह माता पर अपनी कुदृष्टि डालता था और उन्हें प्राप्त करना चाहता था इस कारन माँ को उससे बाल -बाल बचके भगती रही जिसके कारन उनके ठहरने से कई स्थान बने जो आज पूजनीय मंदिर का रूप ले चुके है जैसे बालगंगा ,आदिकुमारी ,गर्भजून आदि। लेकिन भैरों ने हार नहीं मानी आखिर में माँ सती ने काली रूप में आकर उसका सर काट दिया सिर वो सिर ८ किमी दूर जाकर गिरा,बाद में उसे अपनी गलती का पछतावा हुआ और उसने माता से क्षमा मांगी जिसके बाद माता ने उसे वरदान दिया बिना तुम्हरे दरसन किये मेरे दर्शन अधूरे माने जायेंगे। आज उस स्थान को भैरों बाबा के मंदिर नाम से जाना जाता है।
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